इस देश के अंश को तोड़ रहा है,
बगल में बैठा संविधान रों रहा है।
जिस सोच से उपजा था ये भारत,
आज उसी व्यक्तित्व को खोज रहा है।
धर्म को लेकर लड़ रहा है,
अपनी ही नागरिकता खोज रहा है।
इतिहास देता हैं गवाही,
की धर्म की जंग में मासूमों ने ज़िन्दगी हवाई।
तो उठो, आवाज़ उथाओ, पर चुप न रहो,
क्योंकि ये आज़ादी बहुत मुश्किल से मिली हैं,
इसे यूहीं किसी सरकार पर मत जवाओ।
बगल में बैठा संविधान रों रहा है।
जिस सोच से उपजा था ये भारत,
आज उसी व्यक्तित्व को खोज रहा है।
धर्म को लेकर लड़ रहा है,
अपनी ही नागरिकता खोज रहा है।
इतिहास देता हैं गवाही,
की धर्म की जंग में मासूमों ने ज़िन्दगी हवाई।
तो उठो, आवाज़ उथाओ, पर चुप न रहो,
क्योंकि ये आज़ादी बहुत मुश्किल से मिली हैं,
इसे यूहीं किसी सरकार पर मत जवाओ।
A protester at August Kranti Maidan, Mumbai |
Azaadi💕💕
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